Sunday, March 26, 2017

कुत्ता, टेड्डी बेयर, सूअर, और इंसान


मैं हूँ कुत्ता, मेरी पूँछ हमेशा टेढी।  
हाय अल्लाह क्या करू. जिसम का पाबंदी हूँ।  
पर मेरे ७ चक्र मुझे हमेशा पालते हैं। वैसे ही इंसान की जान ।  




मैं हूँ टेड्डी बेअर,
कोई मुझे प्यार से कहें, भालू का बच्चा।  
नन्हे बच्चे मुझे गोदीमें खिलाते है, और साथ में सुलातेभी हैं।  
मेरे ७ चक्र मुझे पालते हैं। वैसे ही इंसान की जान ।  




मैं हूँ, सुअर का नन्ना दुलारा बच्चा,
कोई मुझे गन्धी भावसे कहते, सूअर का बच्चा।   
मेरे ७ चक्र मुझे पालते हैं। वैसे ही इंसान की जान ।


पिग्गी माँ के अन्य स्तनोकी महिमा महान !

Image result for pig feeding seven piglets

पिग्गी मा के अंधाधुंध और बिना शर्त बच्चोंके लिए आशीर्वाद और दुवाएं ~~










वैसाही इंसान और इंसान का बच्चा,
जिसे माँ के प्यार की गोदी मिलती है।  
उसके भी ७ चक्र उसे पालते हैं।  


हमारे ७ चक्र के सुहाने चक्करोंको आझमाते हुए,
हम सबको, एक दूसरेसे कोई फजूल शिकायत ना हो ।  
जिंदगी हमें पालती और पोसती है,
जैसे माँ की वात्सल्य स्वरुप सनातन दुवाएं।
धरती पर, हरेक जान को खुदकी माँ मिलती है।  
हम जिंदगी को अदब और इबादत भाव से स्वीकार कर,
स्वतंत्र रूपसे खिलें, फूलें, और फलें।


मैं ठैरा कुत्ता, आदत से लाचार हूँ ,
खुद्केही टेढी पूंछको छूना चाहता हूँ, उसे सीधी करने,
पर उसे छू नहीं पाता।
उस पाबन्दी के चक्कर में,
सिर्फ खुदकी चारोओर गोलगोल चक्कर काटता रहता हूँ।  
मैं पूंछको खुदकी तरफ बढ़ने पर रोक रहा हूं ऐसा महसूस होता है।


मैं कुत्ता हूँ और मुझे पूरा भरोसा है,
मेरा मालिक सिर्फ एक।  
मेरेही साथ हमेशा रहता है । मेरी हिफाजत करता है।  
मैं सिर्फ मेरी ईमानदारी को सीधे भावसे निभाता हूँ।  
आदत से लाचार हूँ।  


याद रहे यारों ,
हमारे ७ चक्र हम सबकी हमेशा हिफाजत करते है ,
इंसान हो, ढोर हो या हैवान।  
हरेक बन्दा, अपनी अपनी जगह एकदम ठीक है।  
अपनी खुदकी आदतों से हमेशा परेशान रहता है।  
जब तक अल्लाहमियां से दोस्ती नहीं जुडती, सुकून नही आझमाँता ।  
ईश्वरव, गॉड, अल्लाह सारे तेरो नाम,
सबको सद्गति दे सुकून मियां।  

No comments:

Post a Comment

Flying Elephant and Dancing Donkey

Flying Elephant and Dancing Donkey When you see them both performing their arts  in the same arena, it is time to shut up and watch....