जीवन एक कहानी है, ना सुखः की और ना दुखः की।
जीवन एक सतसंग, सद्विचारों की संगत।
जीवन संगीत, ॐ का नाद भरी अनुभूती है।
ए मेरे मालिक, जीवन सदा तेरे अंगसंग।
नग्न स्थितिमें पैदा हुवे हॅम।
पैदा होते पहलेही सांसमें, आ~ या माँ ~ को पुकारते,
ना हमारा कोई नाम, ना खुदकी पहेचान, और ना कोई निशाना,
ना कोई दरबार, ना अहंकार, ना कोई इबादत / प्रार्थना।
पैदाईश नग्न स्थितीमें हमने ना लाई थी गीता, बाइबल या कुरान,
और ना वापसी में ले जायेंगे कोई किताब।
समझदार हैं हमारे वतन के हुजूर मालिक और मालकिन।
जिंदगी की दौर में जो मोहोब्बतों की दौलत जोडी हमने,
जो मजबुरियाँ और अहंकार इकठ्ठा किया हमने,
इस सारे जन-जाल को छोडकर एक दिन,
उडजाऐंगे हम अकेले, एक कहानी बनकर।
इस जीवन धारा में सदा हमारे मालिक के अंगसंग,
जीवन एक कहानी है, ना सुखः की और ना दुखः की।
जिस वतन की खुशबू से पैदा हुवे थे हॅम,
उसी वतन में फिरसे पूर्णतः समा जाएंगे हॅम,
सिर्फ एक कहानी बनकर।
वतन की खुशबू एक गहरी अन्तर्यामी सोच है।
हरेक इंसान की अमर कहानी है।
ये जीवन कहानी है, ना सुःख की, ना दुःख की,
सिर्फ एक अंतर्यामी अवर्णनीय अनुभूती है,
सत्यम सदा सुंदरम / पुष्टि नायकम। अथवा सत्यमेव जयते।
आध्यात्म में अर्ध-नारी-नटेश्वर ताण्डवभृत्य, एकमेव सत्य की संकेतिक परीभाषा महसूस होती है।
फ़िल्मी दुनिया संगीत में वही एकमेव सत्य की परिभाषा है,
Satyam Shivam Sundaram - Title Song - Lata Mangeshkar - YouTube
जीवन एक संगीत, वतन की खुशबू।
वन्दे मातरम !
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